<br />#acharyaprashant<br /><br />वीडियो जानकारी: 03.01.24, वेदान्त संहिता, ग्रेटर नॉएडा <br /><br />प्रसंग: <br />~ देखो वासना के क्षणों के बाद क्या हालत होती है?<br />~ वासना के क्षणों के बाद अपमानित क्यों अनुभव करते है?<br />~ दुख की बात इसलिए कर रहा हूँ क्योंकि दुख है। <br />~ दुख को अंत तक पहुँचा सको, दुख से मुक्त हो सको इसके लिए दुख की बात करना ज़रूरी है। <br />~ हमें तक्लीफ़न है इसलिए मुक्ति का प्रयास करते है। <br />~ सुख भी तभी तक है जब तक अज्ञान है। <br />~ सुख को बचाने की चेष्टा ही बताती है कि सुख के क्षण में भी आशंकित हूँ। <br /><br /><br /><br />संगीत: मिलिंद दाते<br />~~~~~